Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh की तयारी पूरी हुई – राम मंदिर की एसी तस्वीर आप ने पहने कभी नही देखी
Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh – अयोध्या में होने वाले 22 जनवरी को राम मंदिर के अभिषेक को लेकर देशभर के लोगों में उत्साह और खुशी का माहौल है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश-विदेश से हजारों मेहमान शामिल होने वाले हैं. राम मंदिर उद्घाटन प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तयारी पूरी हो गई . राम मंदिर उद्घाटन के बाद 23 जनवरी से भगवान के दर्शन राम भक्तो कर सकेंगे.
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. रामलला की भव्य मूर्ति को गर्भगृह में ले जाया गया है. रामलला की इस मूर्ति में विष्णु भगवान के दशावतार बनाया गया है. इसमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिम्हा, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि के अवतार नजर आएंगे। मूर्ति के एक तरफ हनुमान और दूसरी तरफ गरुड़ नजर आते हैं।
Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh की तयारी पूरी हुई – राम मंदिर की एसी तस्वीर आप ने पहने कभी नही देखी
अयोध्या राम मंदिर में भगवान श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति को गर्भ गृह ले जाया गया है हम आपको अयोध्या राम मंदिर में राम लला की मुख्य प्रतिमा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे है।
अयोध्या राम मंदिर की प्रतिमा की यह है खास बातें – Facts about Ram Lalla Murti
रामलीला की मूर्ति के सिर पर सूर्य विराजमान हैं। रामलाल की मूर्ति अद्भुत लगती है. मूर्ति पर स्वास्तिक, गदा और ओम चक्र आदि स्नातक धर्म के प्रतीक भी बनाए गए हैं.
रामलाल की मूर्ति को कमल के आसन पर रखा गया है. भगवान राम की मूर्ति में दाहिना हाथ खाली रखा जाता है. वह इसी हाथ से आशीर्वाद देंगे. रामलाल के बाएं हाथ में धनुष बना हुआ है. रामलला के सिर पर सोने का मुकुट पहनाया जाएगा.
गर्भगृह में लाई गई रामलला की मूर्ति की, रामलला की मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच रखी गई है. इसके चारों ओर एक आभामंडल है. मूर्ति का वजन करीब 200 किलो बताया जा रहा है. रामलला की मूर्ति के सिर पर सूर्य भगवान विराजमान हैं और आभामंडल के नीचे राम जी के परम भक्त हनुमान जी को दर्शाए गए हैं. इसके अलावा मूर्ति पर स्वस्तिक, ओम, चक्र और गदा जैसे सनातन धर्म के प्रतीक भी उकेरे गए हैं।
रामलला की मूर्ति को कमल के आसन पर रखा गया है. उसके बायें हाथ में धनुष होगा और दाहिने हाथ से वह आशीर्वाद देगा। रामलला को सोने का मुकुट पहनाया जाएगा. यह प्रतिमा कमल के आसन पर विराजमान है
Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh में देशभर से 900 VIP आयेंगे
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जनवरी 22 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्तिथि में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों को आमंत्रित किया गया है। अंबानी-अडाणी, अभिताब बच्चन , विराट कोहली , रतन टाटा, वीरेंदर सहवाग जसे बड़े लोग भी सामिल होगे ।
रामनवमी के दिन सूर्य देव स्वयं रामलला का अभिषेक करेंगे.
राम मंदिर का गर्भगृह उसी स्थान पर है जहां महाराजा विक्रमादित्य ने इसे बनवाया था। रामनवमी के दिन सूर्य देव साक्षात रामलला का अभिषेक करेंगे. प्रत्येक रामनवमी को दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें शिखर से आकर भगवान श्री राम के माथे पर विराजमान होगी।
राम मंदिर गर्भगृह यह वह स्थान है, जहां श्री राम लला की बाल रूप में मूर्ति विरजमान रहेगी। मंदिर काफी खुला दिखता है। गर्भगृह अष्टकोण में बना है। एक तरफ प्रार्थना मंडप और दूसरी तरफ कीर्तन मंडप बनाया गया है. जब भगवान का राम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा तो कीर्तन मंडप में राम के भजन कीर्तन होते रहेंगे.
राम मंदिर अयोध्या फोटो Ayodhya Ram Mandir images
Ayodhya Ram Mandir में कब विराजमान होंगे रामलला?
अयोध्या राम मंदिर: 22 जनवरी, 2024 का दिन हिंदू धर्म में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा, क्योंकि यह वह दिन है जब कई वर्षों के बाद, राम लला अयोध्या में भव्य राम मंदिर में विराजमान होंगे। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की अंतिम तैयारियां चल रही हैं। पूरी दुनिया इस ऐतिहासिक पल की गवाह बनेगी.
Ayodhya Ram Mandir भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कब है?
भगवान राम की शुभ प्राण प्रतिष्ठा आगामी पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080, विक्रम संवत 2080 कैलेंडर के अनुसार 22 जनवरी 2024 को 12:29:08 से 12:30:32 तक 84 सेकंड के अतर्गत शुभ मुहूर्त में होने वाली है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम का जन्म अभिजीत मुहूर्त, मृगशीर्ष नक्षत्र और अमृत सिद्धि योग में हुआ था।
Ram Mandir Pran Pratishtha samaroh में पाक से आया तीन नदियों का जल
भारत देश में गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु और कावेरी इन सात नदियों का महत्त्व है, जिसका वर्णन पुराणों में भी मिलता है। इन नदियों के पवित्र जल के साथ साथ पाकिस्तान से लाया गया है , कर्नाटक के बंगलुरु के रहने वाले मंजूनाथ शर्मा ने तीन पवित्र नदियों के जल को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा है। ये तीनो नदिया का जल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से अयोध्या लाया गया है। मंजूनाथ जैव शारदा कमेटी के सदस्य हैं।
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दोस्तों हम आशा करते हैं की Brand India इस आर्टिकल से आपको Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh की पूरी जानकारी मिल गयी होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें भी Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh की जानकारी हो सके।
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